भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। एशिया कप के बाद अब महिला विश्व कप लीग मैच में भी भारतीय महिला क्रिकेट टीम को पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ हाथ न मिलाने का निर्देश दिया गया है। यह मैच रविवार 5 अक्टूबर को कोलंबो में खेला जाएगा, जहां दोनों टीमें मैदान पर आमने-सामने होंगी।
बीसीसीआई के सूत्रों के अनुसार, यह निर्देश भारतीय महिला टीम को बुधवार को श्रीलंका रवाना होने से ठीक पहले दिया गया था। सूत्रों ने बताया, "टीम विश्व कप के दौरान पाकिस्तान टीम के साथ हाथ नहीं मिलाएगी। बीसीसीआई के अधिकारियों ने टीम को इसकी जानकारी दे दी है। भारतीय बोर्ड अपने खिलाड़ियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा।" यह फैसला पुरुष टीम द्वारा एशिया कप के दौरान अपनाई गई नीति का ही विस्तार है, जहां भारत-पाकिस्तान मैचों के बाद भी हाथ मिलाने से परहेज किया गया था।
यह मैच रविवार को राजनीतिक रूप से संवेदनशील माहौल में खेला जाएगा। हाल ही में एशिया कप में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में पुरुष टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ तीन मुकाबले खेले थे, जिसमें फाइनल सहित भारत ने पांच विकेट से जीत हासिल की। एशिया कप के फाइनल के बाद भारतीय टीम ने पाकिस्तानी अधिकारियों से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था। दूसरी ओर, भारतीय महिला टीम ने मंगलवार को गुवाहाटी में विश्व कप लीग का अपना पहला मैच श्रीलंका के खिलाफ जीता था।
ताज़ा ख़बरें
इस फैसले की वजह हाल के घटनाक्रमों से जुड़ी है। एशिया कप के दौरान पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र किया गया था, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी। इसके जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' किया। जिससे दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव हुआ। फाइनल मैच के बाद एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के चेयरमैन मोहसिन नकवी ने ट्रॉफी सौंपने की कोशिश की, लेकिन भारतीय टीम ने इसे ठुकरा दिया। बीसीसीआई ने नकवी पर ट्रॉफी लेकर भागने का आरोप लगाया था। हालांकि मोहसिन नकवी ने कहा कि जब भारतीय टीम ने ट्रॉफी नहीं ली तो उन्होंने एसीसी के दुबई दफ्तर में इस ट्रॉफी को रख दिया, जहां से भारत का ट्रॉफी लेने के लिए स्वागत है।
मंगलवार को एसीसी की ऑनलाइन बैठक के दौरान बीसीसीआई के अधिकारी बीच में ही बाहर चले गए, क्योंकि नकवी ट्रॉफी और व्यक्तिगत मेडल्स सौंपने की समयसीमा स्पष्ट नहीं कर पाए। इस घटना पर पाकिस्तान के इंटीरियर मिनिस्टर और क्रिकेट बोर्ड चीफ मोहसिन नकवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बीसीसीआई से माफी मांगने की खबरों का खंडन करते हुए कहा, "मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैंने कुछ गलत नहीं किया है और न ही बीसीसीआई से कभी माफी मांगी है, न ही कभी मांगूंगा... एसीसी चेयरमैन के रूप में मैं उसी दिन ट्रॉफी सौंपने को तैयार था और आज भी तैयार हूं। अगर वे वाकई चाहते हैं, तो एसीसी कार्यालय आकर इसे ले सकते हैं।" हालांकि भारतीय मीडिया के एक हिस्से ने बुधवार को खबर दी थी कि मोहसिन नकवी ने बीसीसीआई से माफी मांगी है। लेकिन द हिन्दू ने बुधवार को मामले की वास्तविकता बता दी। मोहसिन नकवी के ट्वीट भारत में सरकार ने प्रतिबंधित कर रखे हैं।
खेल से और खबरें
यह फैसला भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों को और बढ़ाएगा। अब खेल मैदान पर भी दोनों देशों के कूटनीतिक मुद्दे हावी हो रहे हैं। महिला विश्व कप लीग में भारत का यह मैच महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि दोनों टीमें एक-दूसरे के खिलाफ मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद कर रही हैं। बीसीसीआई का यह रुख सरकार के साथ राष्ट्रीय भावना को जताने के लिए किया जा रहा है।