विश्व शतरंज चैंपियनशिप 2024 में भारत के डी गुकेश ने वह कारनामा कर दिया जो बड़े-बड़े धुरंधर नहीं कर सके। इतिहास में कोई भी व्यक्ति यह कारनामा नहीं कर पाया है। यहां तक ​​कि कार्लसन, क्रैमनिक, कास्पारोव जैसे शतरंज के धुरंधर भी नहीं। डी गुकेश अभी 18 वर्ष के हुए ही हैं और वह विश्व शतरंज चैंपियन बन गए हैं।