जिस झारखंड से महेंद्र सिंह धोनी जैसे धुरंधर विकेटकीपर बल्लेबाज निकले और कामयाबी के झंडे गाड़ दिए, उसी राज्य से एक और युवा खिलाड़ी उभरा है और उसे इंडियन प्रीमियर लीग में मौका भी मिल गया है। ये हैं विराट सिंह।
जिस झारखंड से महेंद्र सिंह धोनी जैसे धुरंधर विकेटकीपर बल्लेबाज निकले और कामयाबी के झंडे गाड़ दिए, उसी राज्य से एक और युवा खिलाड़ी उभरा है और उसे इंडियन प्रीमियर लीग में मौका भी मिल गया है। ये हैं विराट सिंह। उन्हें मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ होने वाले मुकाबले के लिए सनराइजर्स हैदराबाद के प्लेइंग इलेवन में जगह मिली है।
लेकिन विराट सिंह को मैदान में उतर कर अपना दम खम दिखाने के लिए साल भर इंतजार करना पड़ा है।
सनराइजर्स हैदराबाद ने विराट सिंह को आईपीएल 2020 के लिए हुई नीलामी में 1.90 करोड़ में खरीदा था। लेकिन उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग के उस सीज़न में मौका नहीं मिला।
कौन हैं विराट सिंह?
बायें हाथ के बल्लेबाज विराट सिंह झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के हैं, स्टील सिटी के नाम से मशहूर जमशेदपुर में उनका परिवार रहता है। उनका जन्म 8 दिसंबर 1997 को हुआ, उनकी स्कूली शिक्षा जमशेदपुर के डीबीएमएस स्कूल से हुई। तीन भाईयों में सबसे छोटे विराट के पिता पेशे से व्यापारी हैं। विराट से बड़े भाई भी क्रिकेटर हैं और सबसे बड़े भाई ठेकेदारी करते हैं।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, विराट का क्रिकेट खेलना पिता को पसंद नहीं था। लेकिन विराट को क्रिकेट के प्रति प्रेम कम नहीं हुआ और बड़े भाई के साथ घर पर ही क्रिकेट का अभ्यास करते रहे।
विजय हजारे ट्रॉफी
विराट सिंह को पहला बड़ा मौका 2014 में मिला जब वह झारखंड की विजय हजारे ट्रॉफी की टीम के लिए चुने गए। उन्होंने उसमें दो अर्द्धशतक जमाये और अपनी टीम को सेमीफाइनल तक पहुँचाया।
उसके ठीक पहले 2013-14 में विराट ने 16 साल की उम्र में झारखंड की अंडर-19 रणजी ट्रॉफी में जगह बनाई। उसमें उन्होंने असम के ख़िलाफ़ 14 रन और 11 रन बनाये। अपने दूसरे मैच में विराट ने केरल के ख़िलाफ़ प्रथम श्रेणी का पहला शतक जमाया।
विराट सिंह ने अबतक फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 24 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 2 शतक और 3 अर्द्धशतक की मदद से कुल 965 रन बनाए।