पटौदी ट्रॉफी का नाम बदलकर तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी रखने के फैसले ने क्रिकेट प्रेमियों में हलचल मचा दी है। जानिए बीसीसीआई और ईसीबी ने ऐसा क्यों किया और इसके पीछे की वजहें क्या हैं।
कुछ यूजरों ने इसे परंपरा बनाम आधुनिकता की बहस के रूप में देखा, जिसमें एक पक्ष ने नए नाम को स्वीकार किया, तो दूसरा पक्ष इसे इतिहास के साथ छेड़छाड़ मान रहा है।