India Pakistan Cricket: दुबई में एशिया कप के फ़ाइनल में मैच के बाद नाटकीय घटनाएं हुई। एशिया क्रिकेट कमेटी के चेयरमैन मोहसिन नक़वी ट्रॉफी ले गए। उनके खिलाड़ी एक घंटे तक अंतिम प्रेजेंटेशन में नहीं आए। भारत ने आईसीसी में विरोध दर्ज कराने का फैसला किया है।
दुबई में मैदान में एशिया क्रिकेट कप जीतने का जश्न मनाती भारतीय टीम
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच विवाद अपडेट
- भारतीय खिलाड़ियों ने एशिया क्रिकेट कमेटी के चेयरमैन मोहसिन नकवी के हाथ से एशिया कप ट्रॉफी लेने से इनकार किया
- मोहसिन नकवी अपने साथ ले गए ट्रॉफी। भारतीय मीडिया के मुताबिक- मोहसिन नकवी ट्रॉफी लेकर भाग गए
- पाकिस्तानी खिलाड़ी एक घंटे तक फाइनल मैच के समापन समारोह में नहीं आए
- बीसीसीआई ने कहा- जिस व्यक्ति ने भारत के खिलाफ ज़हर उगला हो, उससे ट्रॉफी नहीं ले सकते
- बीसीसीआई ने पाकिस्तान को फाइनल में हराने वाली क्रिकेट टीम को 21 करोड़ रुपये देने की घोषणा की
- भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा- मेरी टीम मेरी असली ट्रॉफी है
- मैं एशिया कप मैच पहलगाम के शहीदों और आर्म्ड फोर्सेज को समर्पित करता हूंः सूर्य कुमार यादव
- पीएम मोदी ने टीम को बधाई दी और कहा- ऑपरेशन सिंदूर जैसे साहस का प्रदर्शन खेल के मैदान पर
एशिया कप 2025 का फाइनल मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला गया, जहां भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर खिताब पर कब्जा जमाया। लेकिन मैच खत्म होने के बाद जो एक घंटे का ड्रामा हुआ, वह क्रिकेट इतिहास में लंबे समय तक याद रहेगा। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के चेयरमैन और एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के प्रेसिडेंट मोहसिन नकवी ने ट्रॉफी और मेडल्स को ही ले लिया, जिससे भारतीय टीम को अपनी ट्रॉफी तक नसीब नहीं हुआ। बाद में एआई से बनाई गई ट्रॉफी से जश्न मनाने की खबर है। पीएम मोदी ने भारतीय टीम को बधाई दी और इस बहाने ऑपरेशन सिंदूर के पराक्रम की याद दिलाई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के हरकत की शिकायत आईसीसी में करने जा रही है।
मैच का अंत रिंकू सिंह के विजयी शॉट के साथ हुआ, जहां तिलक वर्मा ने नाबाद 69 रनों की तूफानी पारी खेली। भारतीय टीम जश्न में डूब गई, लेकिन पाकिस्तानी खिलाड़ी, जिनकी कप्तानी सलमान अली आगा कर रहे थे, सीधे ड्रेसिंग रूम चले गए और दरवाजा बंद कर लिया। इससे पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन एक घंटे तक टल गया। इस दौरान भारतीय क्रिकेटर और कोचिंग स्टाफ ब्रॉडकास्टर से बात करते रहे।
दुबई में समापन समारोह में क्या हुआ
जब नकवी प्रेजेंटेशन स्टेज पर पहुंचे, तो स्टेडियम में मौजूद भारतीय फैन्स ने उन्हें तबियत से हूट किया और 'भारत माता की जय' के नारे लगाए। पाकिस्तानी तेज गेंदबाज हारिस रऊफ और शाहीन शाह अफरीदी को भी भारतीय फैन्स की ओर से हूटिंग का सामना करना पड़ा। प्रेजेंटेशन के दौरान कमेंटेटर साइमन डौल ने घोषणा की कि पाकिस्तानी टीम को नकवी से रनर्स-अप मेडल्स मिलेंगे, लेकिन नकवी ने इनकार कर दिया। इसके बजाय, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के प्रेसिडेंट अमिनुल इस्लाम ने मेडल्स सौंपे और नकवी से रनर्स-अप चेक सलमान अली आगा को देने को कहा, जिसे आगा ने एक तरफ फेंक दिया। डौल ने बाद में कहा, "मुझे एसीसी से सूचना मिली है कि भारतीय क्रिकेट टीम आज (रविवार) रात पुरस्कार नहीं लेगी। इस वजह से पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन समाप्त किया जाता है।"बीसीसीआई का मोहसिन नकवी के खिलाफ कड़ा बयान
भारतीय टीम ने मोहसिन नकवी के हाथों से ट्रॉफी लेने से साफ इनकार कर दिया। नकवी पीसीबी चेयरमैन, एसीसी प्रेसिडेंट और पाकिस्तान के इंटीरियर मिनिस्टर तीनों हैं। नकवी लगातार भारत के खिलाफ बयानबाज़ी कर रहे हैं। इसलिए भारत ने इससे पहले एशिया कप के तीनों मुकाबलों में पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया और टॉस से पहले फोटोशूट भी स्किप किया था। भारतीय टीम ने एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड के वाइस चेयरमैन खालिद अल जरूनी से ट्रॉफी लेने की गुजारिश की, लेकिन यह रिक्वेस्ट ठुकरा दी गई। नकवी ने मेडल्स देने पर जोर दिया और एशिया कप ट्रॉफी को ले जाने का आदेश दे दिया। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने कहा भारतीय खिलाड़ी उस आदमी से कैसे ट्रॉफी ले सकते हैं, जो भारत के खिलाफ ज़हर उगल रहा हो। बीसीसीआई ने कहा कि वो इस मामले की शिकायत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कमेटी (आईसीसी) में करेगा। जान लीजिए कि आईसीसी के चेयरमैन जयेश शाह हैं जो भारत के गृहमंत्री अमित शाह के बेटे हैं।एशिया क्रिकेट कमेटी के चेयरमैन मोहसिन नकवी
इसके बाद सभी एसीसी अधिकारी, जिसमें मोहसिन नकवी भी शामिल थे, ट्रॉफी और मेडल्स लेकर स्टेडियम से चले गए। भारतीय टीम धैर्यपूर्वक इंतजार करती रही, जबकि ग्राउंड्समैन चैंपियंस का प्लेकार्ड दो बार लाए और फिर वापस ले गए। हार्दिक पांड्या सबसे पहले पोडियम पर चढ़े और सेल्फी ली, उसके बाद बाकी टीम और कोचिंग स्टाफ ने जश्न मनाया। कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 में रोहित शर्मा के आइकॉनिक वॉक की नकल की और काल्पनिक ट्रॉफी के साथ सेलिब्रेट किया। यह काल्पनिक ट्रॉफी एआई से बनाई गई।
सूर्यकूमार यादव की दुबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में सूर्यकुमार यादव ने एसीसी की आलोचना की, "मैंने कभी नहीं देखा कि चैंपियन टीम को ट्रॉफी से वंचित किया जाए, वो भी इतनी मेहनत से जीती हुई।" अभिषेक शर्मा ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, "हमें तो मिल गई, एक सूर्या भाई ने ला दी! हमने महसूस किया, इसका वजन पता था।" दूसरी ओर, पाकिस्तान कप्तान सलमान अली आगा ने तीखा जवाब दिया, "अगर वो (मोहसिन नकवी) एसीसी प्रेसिडेंट हैं, तो ट्रॉफी वही देंगे। अगर आप उनसे नहीं लेंगे, तो ट्रॉफी कैसे मिलेगी?" सूर्यकुमार यादव ने कहा कि भारतीय टीम की जीत पहलगाम के शहीदों के परिवारों और सशस्त्र बलों को मैं समर्पित करता हूं। मेरी टीम ही मेरी असली ट्रॉफी है।बीसीसीआई का दुबई में बयान, आईसीसी में शिकायत करेंगे
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सेक्रेटरी देवजित सैकिया ने पीसीबी की कार्रवाई की निंदा की, "हमने एशिया कप 2025 ट्रॉफी एसीसी चेयरमैन से न लेने का फैसला किया, जो एक ऐसे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं जिसके साथ हमारे संबंध तनावपूर्ण हैं। वो शख्स भारत के खिलाफ ज़हर उगलता रहता है। लेकिन इससे उन्हें ट्रॉफी और मेडल्स ले जाने का हक नहीं मिलता। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और अस्पोर्ट्समैनशिप है। हम उम्मीद करते हैं कि ट्रॉफी और मेडल्स जल्द भारत को लौटाए जाएंगे। हम नवंबर में दुबई में होने वाले आईसीसी कॉन्फ्रेंस में गंभीर विरोध दर्ज कराएंगे।"पीएम मोदी ने भारतीय टीम को बधाई दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय क्रिकेट टीम को बधाई दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा- "खेल के मैदान पर ऑपरेशन सिंदूर। नतीजा वही - भारत जीतता है! हमारे क्रिकेटरों को बधाई।"
यह घटना भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों में एक नया विवाद पैदा कर रही है। एसीसी और आईसीसी पर अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या वे निष्पक्षता बनाए रख पाएंगे? भारतीय टीम ने मैदान पर शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन ऑफ-फील्ड ड्रामा ने इस जीत का मजा किरकिरा कर दिया। भारत-पाकिस्तान के आपसी संबंध अब खेल में और खेल के मैदान में तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोगों ने लिखा है कि पाकिस्तान और भारत क्रिकेट में जिस तरह से राजनीति कर रहे हैं, वो खेल की भावना के खिलाफ है।