क्वीन विक्टोरिया के नुमाइंदों ने जहाँ-जहाँ की धरती पर पैर रखे, वहाँ-वहाँ के देशों में क्रिकेट एक धर्म है। और सोशल मीडिया इस धर्म का नया कथावाचक। इससे पहले कथा बांचने का काम अख़बार, क्रिकेट सम्राट, विजडन इत्यादि जैसी पत्रिकाएँ करती थीं। इस कथा में कालांतर से एक कहानी-विधा चली आ रही है- प्राचीन काल में ऋषि विवियन रिचर्ड्स ध्यानमग्न होकर बैटिंग कर रहे थे। पर ग्रेग थॉमस ने अपनी गेंदों से उनका ध्यान तोड़ काफ़ी परेशान कर दिया। विव किंकर्तव्यविमूढ़ हो गए। ऐसा लगा गेंद उनको दिख नहीं रही थी। तत्पश्चात थॉमस उवाच- “गेंद गोल है, लाल है, मार के दिखाओ”। अगली गेंद पर विव ने इतनी जोर से मारा कि गेंद स्टैंड में खो गई। अब ऋषि विव ने थॉमस से कहा- “तुम्हें तो पता ही है गेंद कैसी है, खोज के लाओ।” इस विधा को स्लेजिंग कहते हैं।