जिस तिकड़म के सहारे मणिपुर में बिना बहुमत के ही बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार का गठन किया गया था, उसी तिकड़म से वहां की सरकार को बचा लिया गया है। बावजूद इसके वहां पर राजनीतिक अस्थिरता और असंतोष बना रहेगा। मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह यदि अपने पद पर बने भी रहे तो उपमुख्यमंत्री के. जयकुमार के साथ चल रही उनकी खटास को समाप्त करना आसान नहीं होगा क्योंकि राज्य में हुए ताज़ा राजनीतिक घटनाक्रम की वजह एन. बिरेन सिंह के काम करने का तरीका है और इससे घटक दलों के साथ ही बीजेपी के विधायक भी खुश नहीं हैं।
तिकड़म भिड़ाकर बचाई गई मणिपुर की बीजेपी सरकार!
- राज्य
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- 25 Jun, 2020

मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह।
जिस तिकड़म के सहारे मणिपुर में बिना बहुमत के ही बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार का गठन किया गया था, उसी तिकड़म से वहां की सरकार को बचा लिया गया है।
मणिपुर की एन. बिरेन सिंह सरकार को बचाने के लिए बीजेपी ने एक तरफ़ कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह पर दबाव बनाने के मद्देनज़र एक पुराने मामले में सीबीआई टीम को पूछताछ के लिए अचानक इम्फाल भेज दिया।
(लेखक गुवाहाटी से प्रकाशित अख़बार दैनिक पूर्वोदय के संपादक और पूर्वोत्तर मामलों के जानकार हैं।)