मायावती और राहुल गांधी के बीच तीखी बयानबाजी ने सवाल खड़ा कर दिया है—बीजेपी की 'बी टीम' कौन है, कांग्रेस या बीएसपी? जानिए, इस राजनीतिक विवाद की पूरी कहानी।
दिल्ली में दलित वोटरों का मूड क्या है? इसको जानने के लिए दलितों से 10 सवाल के आधार पर सर्वे किया गया। जानिए, इन सवालों के ज़रिए दलित वोटरों का मूड, रुझान और नज़रिया क्या है।
2019 के आम चुनाव से पहले रोहित वेमुला के मुद्दे पर बीजेपी दलितों के ग़ुस्से झेल रही थी, लेकिन जब चुनाव नतीजे आए तो कहा गया कि दलितों का वोट बीजेपी से नहीं छिटका। अब क्या आंबेडकर मुद्दे को मैनेज करना बीजेपी के लिए इतना आसान होगा?
इस लोकसभा चुनाव में दलित वोट बीएसपी के साथ जाएगा या फिर बीजेपी और इंडिया गठबंधन इसमें सेंध लगा पाएँगे? भविष्य में दलित समाज पर क्या असर होगा?
हर चुनाव में दलितों और आदिवासी तबकों को भाजपा और आरएसएस के संदर्भ में संदिग्ध नजरों से देखा जाता है। यानी यह माना जाता है कि दलित या तो किसी दलित पार्टी को वोट देंगे या फिर वो भाजपा की ओर रुख करेंगे। लोकसभा चुनाव 2019 में ऐसा होते हुए देखा गया। यह आरोप आम है कि आरएसएस दलितों का इस्तेमाल करता है। हालांकि दलित चिन्तक प्रोफेसर रविकान्त बता रहे हैं कि इस बार दलित और आदिवासी हिन्दुत्ववादी सत्ता को उखाड़ फेंकने के लिए बेकरार हैं। हालांकि चुनाव ज्यादा दूर नहीं है। दलितों के रुझान का नतीजा चंद महीने में आ जाएगा। पढ़िए यह विश्लेषणः