क्या पीएम मोदी की ‘झप्पी डिप्लोमेसी’ भारत को नये संकटों में धकेल रही है?
पहले तो बिन बुलावे नवाज शरीफ के घर जाकर बिरयानी-झप्पी, फिर मल्लपुरम में चीन से ऐसी गलबहियां कि सखियां भी शर्मा जाएं, और अब रूस-यूक्रेन के साथ दिखावे की पप्पियां – झप्पियां, भारत को नुकसान ज्यादा और लाभ कम दे रही हैं।