विश्वविद्यालय परिसर को विचार मुक्त करने पर आमादा है !
मौजूदा सरकार यूनिवर्सिटी कैंपस में भी आजादी पसंद नहीं है। दिल्ली यूनिवर्सिटी में घटी दो घटनाओं के हवाले से इस स्तंभ के लेखक और नामी विचारक अपूर्वानंद बता रहे हैं कि सरकार किस रह कैंपस को विचारविहीन बनाने पर तुली है।