काश, मोदी सरकार ने 22,000 गरीब मरीजों के बारे में सोचा होता
मिशनरीज ऑफ चैरिटीज का एफसीआरए लाइसेंस कैंसल करने से पहले अगर सरकार ने 22 हजार गरीब मरीजों के इलाज के बारे में सोचा होता तो वो यह कदम नहीं उठाती। मदर टेरेसा की यह संस्था गरीब मरीजों को मुफ्त इलाज करती है और खाना देती है। देश में ईसाइयों के लिए हालात कैसे बदतर हो रहे हैं, जानिए इस रिपोर्ट से।