16 दिसंबर, 2012 की रात, निर्भया का मामला ‘रेयरेस्ट ऑफ़ रेयर’ था। इतना नृशंस कि उसने देश का कलेजा दहला दिया। फाँसी की सज़ा हो या नहीं?
निर्भया रेप और हत्याकांड मामले में चारो दोषियों को अब कल सुबह साढ़े पाँच बजे फाँसी दी जाएगी। दिल्ली कोर्ट ने फाँसी को टालने के लिए दायर की गई याचिकाएँ रद्द कर दी हैं।
निर्भया सामूहिक बलात्कार कांड के चारों दोषियों को 3 मार्च को फांसी नहीं होगी। फांसी पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है।
निर्भया के चारों दोषियों को अब 3 मार्च को सुबह छह बजे फाँसी होगी। कोर्ट ने यह ताज़ा डेथ वारंट जारी किया है। यह तीसरा डेथ वारंट है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने निर्भया रेप और हत्या मामले में चारों दोषियों को फाँसी के ख़िलाफ़ सभी क़ानूनी अधिकार का इस्तेमाल करने के लिए एक हफ़्ते का समय दिया है।
फाँसी से कुछ घंटे पहले ही निर्भया रेप और हत्या के चारों दोषियों की फाँसी की सज़ा फिर टल गई है। दिल्ली के एक कोर्ट ने आदेश दिया है कि जब तक अगला आदेश जारी नहीं हो तब तक उनकी फाँसी नहीं हो सकती है।
दिल्ली सरकार और जेल के अधिकारियों ने दिल्ली हाई कोर्ट को बताया कि नियमों के मुताबिक़ अदालत को दया याचिका पर फ़ैसला होने तक इंतजार करना होगा।