तेलंगाना के एक मिशनरी स्कूल में हिंसा हो गई है। हिंसा और तोड़फोड़ भी इस सवाल पर की गई कि कुछ छात्र स्कूली यूनिफॉर्म पहनकर क्यों नहीं आए और बिना अनुमति लिए गेरुआ वस्त्र धारण कर क्यों आ गए? इस मामले में दोनों पक्षों की तरफ़ से एफ़आईआर दर्ज की गई है।
भगवा कपड़े में आए छात्रों को लेकर सवाल उठाने पर तेलंगाना के स्कूल में तोड़फोड़ क्यों?
- तेलंगाना
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- 18 Apr, 2024
तेलंगाना के एक मिशनरी स्कूल में यूनिफॉर्म नहीं पहनने और गेरुआ वस्त्र पहनकर आने पर सवाल किए जाने के बाद स्कूल में तोड़फोड़ की घटना क्यों हुई?

दरअसल, मामला तेलंगाना के मंचेरियल जिले में कन्नेपल्ली गांव में ब्लेस्ड मदर टेरेसा हाई स्कूल का है। एक रिपोर्ट के अनुसार स्कूल के अधिकारियों ने कहा है कि केरल के रहने वाले प्रिंसिपल जैमोन जोसेफ ने दो दिन पहले देखा कि कुछ छात्र स्कूल में भगवा पोशाक पहनकर आए थे। जब उन्होंने छात्रों से इस बारे में पूछा तो उन्होंने जवाब दिया कि वे 21 दिवसीय अनुष्ठान हनुमान दीक्षा का पालन कर रहे हैं। इसके बाद प्रिंसिपल ने उनसे अपने माता-पिता को स्कूल लाने के लिए कहा ताकि वह इस पर चर्चा कर सकें। कथित तौर पर बताया गया कि अगर बिना यूनिफॉर्म पहने स्कूल इस तरह आना चाहते हैं तो उनके माता-पिता को पूर्व अनुमति लेनी होगी।