त्रिपुरा विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। राज्य में मुख्यमंत्री बदलने के समय से ही वहां बीजेपी पहले से ही चुनावी मोड में चुकी है। लेकिन इसके बावजूद बीजेपी के लिए त्रिपुरा की जीत इतनी आसान नहीं लग रही है।
वर्ष 2018 में त्रिपुरा की 60 सीटों में से 59 सीटों पर चुनाव हुए थे. चारीलाम सीट से सीपीएम उम्मीदवार रामेंद्र नारायण देबबर्मा के निधन के कारण इस सीट पर चुनाव नहीं हो सका था. भाजपा ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए 35 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि सीपीएम सिर्फ 16 सीटों पर ही सिमट गई थी. भाजपा की सहयोगी पार्टी इंडीजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) ने आठ सीटें जीती थी.