यह कहना मुश्किल है कि यदि श्रीलंका के अलगाववादी संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम (एलटीटीई) के प्रमुख वेलुपिल्लई प्रभाकरण ने प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के आदेश नहीं दिए होते तो इस संगठन का क्या हुआ होता।
कैसे हुई थी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या?
- इतिहास का सच
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- 29 Mar, 2025

राजीव गांधी की आज पुण्य तिथि है। एलटीटीई ने राजीव गांधी की हत्या क्यों की और इस हत्याकांड को कैसे अंजाम दिया? श्रीलंका मामलों के विशेषज्ञ एम. आर. नारायण स्वामी ने इस पर रोशनी डालते हुए अंग्रेजी अख़बार 'द हिन्दू' में एक लेख लिखा था। प्रस्तुत है इसका हिंदी अनुवाद।
21 मई, 2023 को 32 साल पूरे हो गए उस हत्याकांड के जो बहुत ही सोच समझ कर रची गई थी, उसे बहुत ही बारीकी से अंजाम दिया गया था और उस नेता को समय से पहले ही ख़त्म कर दिया गया था, जो अपनी लोकप्रियता के बल पर सत्ता में लौटने ही वाला था।