उत्तर प्रदेश में बेहतर क़ानून व्यवस्था और सामाजिक न्याय का दावा करने वाली योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अपने ही दल केविधायक को जूते से पीटने वाले सांसद के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की है। मार-पीट की यह घटना एक बैठक में हुई, जहाँ कई लोग मौजूद थे। वारदात के वीडियो में एक वरिष्ठ पुलिस अफ़सर भी दिख रहे हैं।
संत कबीरनगर के नाज़िर कलेक्टरेट आकाश तोमर की शिकायत पर अनजान लोगोें के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर लिया गया है। दिलचस्प बात यह है कि पूरा मामला पुलिस के एक वरिष्ठ अफ़सर के सामने हुआ, उस समय वहां राज्य सरकार के एक मंत्री भी मौजूद थे। किसने क्या किया, यह भी साफ़ है। पर पुलिस ने अनजान लोगों को इसके लिए ज़िम्मेदार माना है।
उत्तर प्रदेश के बस्ती ज़िले में सांसद शरद त्रिपाठी और मेंहदावल के विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच हुई जमकर मारपीट के बाद बुधवार देर रात तक हंगामा चलता रहा। विधायक के 3000 से ज़्यादा समर्थक उस बैठक स्थल को घेरे रहे, जहाँ दोनों के बीच मारपीट हुई थी। विधायक समर्थकों का कहना था कि वे सांसद शरद त्रिपाठी को बच कर नहीं जाने देंगे। पुलिस ने देर रात किसी तरह त्रिपाठी को वहाँ से निकाला और सुरक्षित जगह ले गई। वहाँ मौजूद भीड़ भी वहाँ से हट गई।
हंगामे के बाद बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी ने कहा कि वह इस घटना पर ख़ेद व्यक्त करते हैं। सांसद ने कहा, 'अगर मुझे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा तलब किया जाता है तो मैं अपना पक्ष रखूँगा।'
शिकायत दर्ज नहीं
संत कबीरनगर के ज़िला मजिस्ट्रेट रवीश गुप्ता ने पत्रकारों से कहा, 'किसी ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। लेकिन मामले की जाँच की जा रही है और ज़रूरत पड़ने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।'
उत्तर प्रदेश बीजीपी के अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने इस घटना को 'अमर्यादित' और 'अत्यंत अशोभनीय' क़रार दिया है। उन्होंने दोनों ही नेताओं को लखनऊ तलब किया है।
धरने पर बैठे बीजेपी विधायक राकेश सिंह बघेल ने देर रात कहा था कि उनके और सांसद के बीच एक सड़क के शिलान्यास के पत्थर पर नाम लिखवाने को लेकर बहस हुई थी। विधायक ने कहा कि उनकी कोई माँग नहीं है और वह प्रशासन द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किए जाने के विरोध में धरने पर बैठे हैं। विधायक ने कहा कि वह और उनके समर्थक सांसद शरद त्रिपाठी के ख़िलाफ़ प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं।
सांसद और विधायक के बीच मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में दिख रहा है कि संत कबीर नगर के सांसद शरद त्रिपाठी ने विधायक राकेश सिंह बघेल को जमकर पीट दिया। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सरेआम हुई इस मारपीट से बीजेपी को काफ़ी फजीहत का सामना करना पड़ सकता है।
वीडियो में दिख रहा है कि कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश के संत कबीरनगर में एक मीटिंग चल रही है। मीटिंग में स्थानीय सांसद शरद त्रिपाठी, विधायक राकेश सिंह बघेल समेत तमाम अन्य विधायक और अधिकारीगण मौजूद हैं।
वीडियो में दिख रहा है कि मीटिंग के दौरान एक शिलान्यास पट पर नाम होने, न होने को लेकर सांसद शरद त्रिपाठी और विधायक राकेश सिंह बघेल में तू-तू, मैं-मैं शुरू होती है। कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन दोनों को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच सांसद गाली देते हुए जूता निकाल लेते हैं और विधायक पर तड़ातड़ बरसा देते हैं। हड़बड़ाए विधायक कई जूते खाने के बाद किसी तरह अपना हाथ छुड़ाते हैं। इस हाथ को सांसद पकड़े हुए थे और उन पर जूते बरसा रहे थे। हाथ छुड़ाने के बाद विधायक, सांसद की ओर लपकते हैं और सांसद पर दो-चार हाथ चलाते हैं। तभी एक पुलिस अधिकारी बीच-बचाव में कूदता है।
दोनों ओर से चल रहे थप्पड़ इस पुलिस अधिकारी को भी रसीद हो जाते हैं और पूरे वातावरण में अफरातफरी, शोर और बचो-बचाओ, मारो-पीटो की आवाज़ आनी शुरू हो जाती है। इसे देखकर कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन कहीं सरक लेते हैं।
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