कांग्रेस उत्तर प्रदेश में चुनाव में अकेले उतरेगी और सभी 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। इसका साफ़ मतलब है कि कांग्रेस के निशाने पर बीजेपी तो होगी ही, सपा-बसपा गठबंधन भी होगा। यह बात राहुल गाँधी के उस बयान से साफ़ हुई जिसमें उन्होंने अपने पार्टी जनों से कहा कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिक और जातिवादी ताक़तों से लड़ेगी। राहुल ने कहा कि हमारा लक्ष्य कांग्रेस की विचारधारा को जन-जन तक पहुँचाना है। इसके लिए उन्होंने प्रियंका और ज्योतिरादित्य सिंधिया को पूरी ताक़त झोंकने के निर्देश दिये हैं।
साम्प्रदायिक-जातिवादी ताक़तों से लड़ेगी कांग्रेस, तो क्या सपा-बसपा भी दुश्मन?
- उत्तर प्रदेश
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- 10 Feb, 2019

कांग्रेस उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक और जातिवादी ताक़तों के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ने उतरेगी। तो क्या कांग्रेस के निशाने पर सपा-बसपा गठबंधन भी होगा?