पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों को इंद्रदेव ने बचा लिया, वरना हुक़ूमत ने तो उनकी तबाही का वारंट जारी कर ही दिया था। मौसम ने भले ही फ़ौरी तौर पर किसानों को राहत दे दी हो लेकिन किसान इस समय क़र्ज़ के बोझ में झुककर दोहरा हुआ जा रहा है। आइए पहले यह जान लेते हैं कि किसान को अगर इंद्रदेव राहत नहीं देते तो उनको क्या परेशानी झेलनी पड़ती। फिर किसानों की बदहाली की चर्चा करते हैं।
सिंचाई का पानी यमुना में बहा दिया; किसान मरे तो मरे, ट्रंप को बदबू न लगे!
- उत्तर प्रदेश
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- 22 Feb, 2020


अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ख़ुश करने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खेतों को सिंचाई के लिए मिलने वाला गंगा के पानी को रोक दिया गया। मौसम में गर्मी थी और फ़सल बचाने के लिए पानी की दरकार थी।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ख़ुश करने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खेतों को सिंचाई के लिए मिलने वाला गंगा के पानी को रोक दिया गया। मौसम में गर्मी थी और फ़सल बचाने के लिए पानी की दरकार थी। पर सरकार के लिए किसानों से ज़्यादा ज़रूरी अमेरिकी राष्ट्रपति का नयनसुख था। उनको भारत की उजली तसवीर दिखाने के लिए हुक़ूमत कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती थी। इसलिए प्रदूषित यमुना को गंगाजल से निर्मल करने के लिए किसानों को मिलने वाला पानी रोक कर आगरा तक पहुँचाना ज़रूरी था ताकि जब डोनाल्ड ट्रंप आगरा में प्रेम के प्रतीक ताजमहल के दीदार करने जाएँ तो उन्हें प्रदूषित यमुना की सड़ांध का सामना न करना पड़े।























