कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ दिल्ली के बॉर्डर्स पर आंदोलन कर रहे किसान अब ‘मिशन यूपी-उत्तराखंड’ के लिए जुटने जा रहे हैं। इस मिशन के तहत किसान इन दोनों राज्यों में बीजेपी को हराने की अपील करेंगे। बता दें कि हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान भी किसानों ने इन चुनावी राज्यों का दौरा किया था और बीजेपी को वोट न देने की अपील की थी।
बीजेपी को हराने के लिए ‘मिशन यूपी-उत्तराखंड’ में जुटेंगे किसान!
- उत्तर प्रदेश
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- 16 Jul, 2021
कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ दिल्ली के बॉर्डर्स पर आंदोलन कर रहे किसान अब ‘मिशन यूपी-उत्तराखंड’ में जुटने जा रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और उत्तराखंड में तराई के इलाक़े में किसान आंदोलन के कारण सियासी माहौल ख़ासा गर्म है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी के नेताओं का अपने ही गांवों में निकलना मुश्किल हो गया है और किसान विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सबक सिखाने का इंतजार कर रहे हैं। दोनों ही राज्यों में सात महीने बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं और दोनों ही जगह बीजेपी की सरकार है।
5 सितंबर को मुज़फ्फ़रनगर में आंदोलन किया जाएगा और यह ‘मिशन यूपी-उत्तराखंड’ का ही हिस्सा है। कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ चल रहे आंदोलन की क़यादत कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि मोर्चा के नेता इस दौरान लोगों के बीच में पहुंचेंगे।