क्या पीड़िता के शव को रात ढाई बजे जला देने वाली यूपी पुलिस भारतीय जनता पार्टी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय के ख़िलाफ़ कार्रवाई करेगी? यह तो खुला मामला है, जिसमें अमित मालवीय ने हाथरस पीड़िता का वीडियो ट्वीट किया है और इस तरह उनकी पहचान उजागर की है जो भारतीय दंड संहिता के तहत दंडनीय अपराध है। इस पर दो साल तक के जेल की सज़ा हो सकती है। यह सवाल इसलिए उठता है कि इस कांड में पुलिस, प्रशासन और योगी अदित्यनाथ सरकार का रवैया बेहद संवेदनहीन रहा है।