किसान आंदोलन ने जाट समुदाय में ऐसा ज्वार पैदा कर दिया है जिससे निपटना बीजेपी के लिए बेहद मुश्किल हो रहा है। बीजेपी के दिग्गज नेताओं को अपने ही संसदीय क्षेत्रों में अपने ही लोगों के बीच विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी से जुड़े जाट नेताओं का अपनी ही बिरादरी के बीच में उठना-बैठना मुश्किल हो गया है।