किसान आंदोलन ने जाट समुदाय में ऐसा ज्वार पैदा कर दिया है जिससे निपटना बीजेपी के लिए बेहद मुश्किल हो रहा है। बीजेपी के दिग्गज नेताओं को अपने ही संसदीय क्षेत्रों में अपने ही लोगों के बीच विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी से जुड़े जाट नेताओं का अपनी ही बिरादरी के बीच में उठना-बैठना मुश्किल हो गया है।
यूपी: बीजेपी के जाट नेताओं का विरोध, अपनों के बीच ही जाना मुश्किल
- उत्तर प्रदेश
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- 22 Feb, 2021
किसान आंदोलन ने बीजेपी से जुड़े जाट नेताओं के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर दी है।

बात हो रही है मुज़फ्फरनगर के सांसद और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान की। बालियान रविवार को बीजेपी आलाकमान के आदेश पर शामली के एक एक गांव में किसानों के बीच पहुंचे थे।
लेकिन संजीव बालियान को किसानों ने घेर लिया। उनसे गन्ने के समर्थन मूल्य, पेट्रोल, डीजल के बढ़े दामों और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट कब लागू होगी, इसे लेकर सवाल पूछे गए। किसानों ने कहा कि वे केंद्र तक उनकी आवाज़ को पहुंचाएं। बालियान जब ऐसी ही एक बैठक से निकल रहे थे तो संजीव बालियान मुर्दाबाद के नारे लगे।