हाथरस की महाभारत से पूरा देश परिचित हो चुका है। लेकिन आप यह नहीं जानते कि इस महाभारत का व्यास कौन है? व्यास मुनि नहीं होते तो ऐतिहासिक महाभारत का डॉक्यूमेंटेशन कैसे हो पाता? वैसे ही यदि हाथरस का यह दलित ‘व्यास’ न होता तो हाथरस की निर्भया की महाभारत से देश परिचित नहीं हो पाता। निर्भया और उसकी महाभारत दोनों गुमनामी के अँधेरे में डूब जाते। इस व्यास का परिचय जानिए जो इन दिनों पुलिस और ‘इंटेलिजेंस’ एजेंसियों के डर से भागा-भागा घूम रहा है, पुलिस सर्विलांस के डर से जिसे रोज़ अपने फ़ोन बदलने पड़ रहे हैं।