हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि लुलु मॉल के अंदर मुस्लिम समुदाय के युवकों की ज्यादा नियुक्ति की गई है। इसे लेकर मॉल प्रबंधन के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने वॉक इन इंटरव्यू के आधार पर लोगों को नौकरी दी है और इस बारे में लगाए गए तमाम आरोप गलत हैं।