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मुरादाबाद में घर के बाहर ही बीजेपी नेता की गोली मारकर हत्या

यूपी के मुरादाबाद में एक बीजेपी नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस के अनुसार संभल के भाजपा पदाधिकारी अनुज चौधरी गुरुवार शाम मुरादाबाद के पकवाड़ा इलाके में जब अपने आवास के बाहर थे तो तीन लोगों ने उनपर ताबड़तोड़ गोलियाँ बरसाईं। घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है।

सीसीटीवी फुटेज में अनुज चौधरी किसी शख्स के साथ अपने अपार्टमेंट के बाहर टहलते दिखते हैं। तभी तीन बाइक सवार आकर उन पर हमला कर देते हैं। बदमाशों ने उन पर गोलियाँ चलानी शुरू कर दीं। गोली लगने से अनुज घायल हो गए। बदमाशों के भागने के बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनकी मौत हो गई।

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संभल के अलिया नेकपुर गांव निवासी अनुज का मुरादाबाद की एक सोसायटी में अपार्टमेंट है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनुज ने स्थानीय राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई, उन्होंने संभल जिले के असमोली ब्लॉक से ब्लॉक प्रमुख का चुनाव भी लड़ा और 17 वोटों से हार गए। वह एक सक्रिय पार्टी सदस्य थे और संभल में सभी पार्टी बैठकों में देखे जाते थे।

चौधरी के परिवार ने हत्या के लिए राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस के मुताबिक, परिवार ने हत्या में शामिल दो लोगों के नाम बताए हैं- अमित चौधरी और अनिकेत।

मीडिया से बात करते हुए एसएसपी मुरादाबाद हेमराज मीना ने कहा, 'दोनों पक्षों के बीच व्यक्तिगत दुश्मनी थी। चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें गठित की गई हैं। वांछित अभियुक्तों को शीघ्र गिरफ्तार कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।'

पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और वह आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस ने कहा है कि प्रथम दृष्टया लग रहा है कि उनको तीन गोली लगी है और घटनास्थल से चार खाली कारतूस मिले हैं। 

बता दें कि उत्तर प्रदेश में क़ानून-व्यवस्था के मुद्दे को विपक्षी नेता मुद्दा बनाते रहे हैं। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त है। उन्होंने कहा था कि लूट, चेन स्नेचिंग, अन्याय, अत्याचार से महिलाएं, बेटियां और आमजन परेशान है। उन्होंने कहा था कि महिलाओं से दुष्कर्म के मामले में उत्तर प्रदेश ने रिकॉर्ड बना रखा है और बेलगाम पुलिस अपराधों को रोक पाने में विफल है। 
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सपा नेता ने आरोप लगाया था कि बीजेपी सरकार के छह साल में कानून व्यवस्था में लगातार गिरावट आई है। एबीपी की रिपोर्ट के अनुसार पिछले महीने अखिलेश ने कहा था, 'बीजेपी सरकार दावा करती है कि महिलाएं रात में बेखौफ होकर गहने पहन कर निकल सकती है। लेकिन बेखौफ लूटेरे लगातार महिलाओं को दिन दहाड़े लूट रहे हैं। मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर के गिरधरगंज में दस लाख की लूट हो गयी। वहां अपराधों पर जब नियंत्रण नहीं तो बाकी जगहों का क्या हाल होगा?'

अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की पुलिस कस्‍टडी में हत्‍या के बाद अखिलेश यादव ने कहा था कि अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं, पुलिस के सुरक्षा घेरे में सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या।

लखनऊ कोर्ट में हुई गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की हत्या के बाद भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला था। अखिलेश यादव ने जून महीने में कहा था, 'यह कैसा राज्य बना दिया है? जेल में हत्या, कचहरी में हत्या और प्रेस के सामने हत्या। कोई प्रेस का कर्मी बनकर, कोई वकील बनकर हत्या कर रहा है। क्या यही उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था है?'
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क़मर वहीद नक़वी
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