शाइस्ता परवीन और अतीक का बच्चे के साथ फाइल फोटो।
उत्तर प्रदेश पुलिस शाइस्ता परवीन के बारे में सुराग देने पर 50 हजार रुपये का इनाम पहले ही घोषित कर चुकी है। तमाम कोशिशों के बावजूद पुलिस परवीन और अन्य दो का पता नहीं लगा पा रही है। ऐसे में अधिकारियों का मानना है कि वे देश से बाहर भाग सकते हैं।
अधिकारियों ने कहा कि प्रयागराज पुलिस ने पहले इस संबंध में अपनी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार को भेजी थी। इसी के आधार पर उनके खिलाफ देश छोड़ने से रोकने के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। इस नोटिस की अवधि एक साल के लिए होगी।
सभी इमीग्रेशन सेंटर को लुकआउट नोटिस भेज दिया गया है और यदि वे देश से बाहर भागने की कोशिश करते हुए पकड़े जाते हैं, तो प्रयागराज पुलिस को संबंधित एजेंसियों से अलर्ट प्राप्त होगा। इमीग्रेशन सेंचर इस देश के उन सभी एयरपोर्ट पर है, जहां से फ्लाइट विदेश जाती है। यात्रियों को विदेश जाने से पहले इमीग्रेशन क्लियर कराना होता है।
यूपी पुलिस ने 9 अप्रैल को मारे गए गैंगस्टर अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन पर इनाम दोगुना कर दिया था। यूपी पुलिस ने 19 अप्रैल को शाइस्ता की तलाश में उत्तर प्रदेश के कौशांबी में छापेमारी की थी।
पुलिस के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और आसपास के इलाकों में अभी भी तलाशी अभियान जारी है। 13 अप्रैल को एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के मारे जाने और अतीक के बेटे आजाद अहमद के मारे जाने के बाद से शाइस्ता फरार है।
इससे पहले 25 अप्रैल को उत्तर प्रदेश सरकार ने अतीक के साले अखलाक अहमद को कथित तौर पर अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में स्वास्थ्य विभाग से निलंबित कर दिया था। अखलाक डॉक्टर हैं।
डॉक्टर अखलाक अहमद फ़िलहाल प्रयागराज की नैनी जेल में बंद हैं। वह मेरठ के भावनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात थे। डॉक्टर अखलाक अहमद पर प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के बाद फरार शूटरों को विस्फोटक मुहैया कराने और गुड्डू मुस्लिम को शरण देने का आरोप है।