महिला टीचर तृप्ता त्यागी
त्यागी ने कहा कि यह एक "मामूली मुद्दा" था जिसे वीडियो क्लिप के वायरल होने के बाद बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया था। उन्होंने कहा, "यह मेरा इरादा नहीं था। मैं अपनी गलती स्वीकार कर रही हूं, लेकिन इसे बेवजह एक बड़ा मुद्दा बना दिया गया।" उन्होंने कहा, "मैं राजनेताओं को बताना चाहती हूं कि यह एक छोटा सा मुद्दा था। राहुल गांधी समेत नेताओं ने ट्वीट किया है, लेकिन यह इतनी बड़ी बात नहीं थी कि इस पर ट्वीट किया जाए। अगर रोजाना इस तरह के मुद्दे वायरल किए जाएंगे तो शिक्षक कैसे पढ़ाएंगे।"
डीएम ने कहा कि बच्चे और उसके माता-पिता की बाल कल्याण समिति ने काउंसलिंग की है। बच्चे के पिता ने शनिवार को कहा, "मेरा बेटा 7 साल का है। यह घटना 24 अगस्त को हुई। टीचर ने छात्रों से मेरे बच्चे को बार-बार पिटवाया। मेरे बेटे को एक या दो घंटे तक प्रताड़ित किया गया। वह डरा हुआ है।" लड़के के पिता ने शुक्रवार को कहा था कि वह स्कूल के खिलाफ केस दर्ज नहीं कराएंगे, लेकिन उन्होंने अपने बच्चे को अब इस स्कूल में नहीं भेजने का फैसला किया है।