घटना के बाद प्रशासन की ओर से सफाई दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि पीएम के दौरे के लिए सुरक्षा और व्यवस्था के मद्देनजर यह कदम उठाना जरूरी था। एक अधिकारी ने बताया, "हमें जनसभा स्थल तक पहुंचने के लिए रास्ता बनाना था। किसान को पहले ही सूचित कर दिया गया था और उन्हें मुआवजे का आश्वासन भी दिया गया है।" लेखपालों ने अब दावा किया है कि प्रभावित किसान को उचित मुआवजा दिया जाएगा, जिसके लिए नुकसान का आकलन किया जा रहा है।