हाथरस में सत्संग में 121 लोगों की मौत हो गई तो क्या सत्संग करने वाले नारायण साकार हरि उर्फ ​​'भोले बाबा' ज़िम्मेदार नहीं हैं? आख़िर एफ़आईआर में उनका नाम क्यों नहीं है? और उनकी गिरफ़्तारी क्यों नहीं हो पाई है?