हाथरस में सत्संग में 121 लोगों की मौत हो गई तो क्या सत्संग करने वाले नारायण साकार हरि उर्फ 'भोले बाबा' ज़िम्मेदार नहीं हैं? आख़िर एफ़आईआर में उनका नाम क्यों नहीं है? और उनकी गिरफ़्तारी क्यों नहीं हो पाई है?
हाथरस: 121 मौतों के बाद भी आख़िर कैसे बचे हुए हैं 'भोले बाबा'?
- उत्तर प्रदेश
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- 4 Jul, 2024
यूपी के हाथरस में मंगलवार को एक सत्संग कार्यक्रम में भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो चुकी है। इन मौतों के लिए कौन ज़िम्मेदार और क्या नारायण साकार हरि उर्फ 'भोले बाबा' को बचाने की कोशिश की जा रही है?

इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जाँच इस बात पर भी केंद्रित होगी कि क्या इस त्रासदी के पीछे कोई 'साजिश है। 'भोले बाबा' के वकील ने भी 'असामाजिक तत्वों' को दोषी ठहराया है और जोर देकर कहा है कि यह एक 'सुनियोजित साजिश थी। यानी इस हिसाब से क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इशारा और 'भोले बाबा' की साज़िश का दावा एक ही लाइन पर नहीं है? पुलिस परमिशन को नज़रअंदाज़ कर आयोजन किए गए सत्संग में भगदड़ की जाँच पूरी होने से पहले ही आख़िर साज़िश की आशंका क्यों जताई जा रही है?