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आप नेता संजय सिंह।फ़ोटो साभार: @SanjaySinghAAP

आप के हमलों से तिलमिलाई योगी सरकार, संजय सिंह पर मुकदमे, दफ्तर पर ताला

लगातार योगी सरकार पर अपराधों के संरक्षण, जातिवाद और भ्रष्टाचार को लेकर हमालवर आम आदमी पार्टी (आप) पर योगी सरकार की नज़रें टेढ़ी हो गयी हैं। आप सांसद व यूपी के प्रभारी संजय सिंह पर कई ज़िलों में बीजेपी कार्यकर्ताओं की ओर से मुक़दमा दर्ज कराया गया है। रविवार को संजय सिंह की राजधानी में होने वाली प्रेस कॉन्फ़्रेंस से पहले पुलिस ने आप कार्यालय में ताला जड़वा दिया और वहाँ भारी तादाद में पुलिस की तैनाती कर दी। आप दफ्तर पहुँचे पुलिस अधिकारियों ने कहा कि यहाँ प्रेस कॉन्फ़्रेंस नहीं हो सकती है क्योंकि इसकी इजाज़त नहीं है। इसी दफ्तर में बीते कई दिनों से प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर आप सांसद संजय सिंह योगी सरकार पर हमला बोल रहे थे। सरकार की इस कार्रवाई के विरोध में संजय सिंह ने कहा कि वो सड़क पर बैठ पार्टी का दफ्तर चला लेंगे और कहीं भी प्रेस कॉन्फ़्रेंस करेंगे पर इस तरह की धमकियों के आगे नहीं झुकेंगे। संजय सिंह ने यूपी में कई एनकाउंटर करने वाली प्रदेश की स्पेशल टास्क फ़ोर्स (एसटीएफ़) को स्पेशल ठाकुर फ़ोर्स क़रार दिया था।

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आधी रात में आप दफ्तर पुलिस पहुँची

योगी सरकार में ठाकुरों को संरक्षण देने, अन्य जातियों की अनदेखी करने और पूरी सरकार को एक समुदाय के लिए काम करने का आरोप जड़ने वाले आप नेता संजय सिंह की रविवार को पार्टी दफ्तर में प्रेस कॉन्फ़्रेंस होनी थी। लेकिन इससे पहले ही आधी रात को आप दफ्तर पर भारी तादाद में पुलिस बल पहुँच गयी। पुलिस अधिकारियों ने जिस किराए के भवन में आप का दफ्तर चलता है उसके मकान मालिक से पूछताछ की और कहा कि आवासीय भवन में कैसे पार्टी को दफ्तर दिया गया। मकान मालिक से कहा गया कि यहाँ प्रेस कॉन्फ़्रेंस कैसे की जाती है और क्या इसकी इजाज़त ली जाती है। सुबह मकान मालिक को दबाव में लेकर आप के दफ्तर में पुलिस ने ताला बंद करवा दिया।

प्रेस कॉन्फ़्रेंस को रोकने की साज़िश

आम आदमी पार्टी के यूपी अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने बताया कि सरकारी नौकरी करने वाले मकान मालिक को दबाव में लेकर पुलिस ने दफ्तर पर ताला बंद करवा दिया और किसी भी हाल में प्रेस कॉन्फ़्रेंस रोकने को कहा। हालाँकि बाद में संजय सिंह की इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस को सरकार पर लगातार हमले बोलने वाले एक अन्य पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह के घर पर शिफ्ट कर दिया गया। सभाजीत ने बताया कि सरकार के दमन के आगे पार्टी नहीं झुकेगी और हर हाल में योगी राज के कारनामों को उजागर करना जारी रखेंगे। 

आप के यूपी अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि परेशान करने के लिए पाँच अलग-अलग ज़िलों में आप और संजय सिंह के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज करवाई गयी है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने पार्टी कार्यालय पर पुलिस भेजकर ताला डलवा दिया है इसलिए प्रेस वार्ता का स्थान परिवर्तित करना पड़ा है।

संजय सिंह ने कहा- बचकाना खेल

योगी सरकार की इस कार्रवाई पर आप सांसद संजय सिंह ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि योगी जी बचकाना खेल खेल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आप कार्यालय पर रात 12 बजे, फिर सुबह 8 बजे और 10 बजे पुलिस भेजकर कर मकान मालिक को धमकाया गया। उन्होंने कहा कि इतनी मेहनत अपराध रोकने में करते तो जनता का भला होता। संजय सिंह ने कहा कि हम आम आदमी हैं, सड़क पर कार्यालय खोल लेंगे लेकिन यूपी के ‘जुल्मी सरकार’ को बेनकाब करते रहेंगे। संजय सिंह के ख़िलाफ़ एक ही दिन में यूपी के लखीमपुर खीरी, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, बागपत और संतकबीरनगर में मुक़दमे दर्ज कराए गए हैं। उन पर आरोप है कि वे राज्य की भाजपा सरकार के ख़िलाफ़ बयानबाज़ी कर शांति भंग कर रहे हैं।

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कई दलों ने जताया विरोध

आम आदमी पार्टी और संजय सिंह पर पुलिसिया दमन के विरोध में कई विपक्षी दल सामने आए हैं। कभी सरकार की सहयोगी रही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने इसके विरोध में प्रदर्शन की चेतावनी दी है। सुभासपा ने यूपी में छोटे दलों को मिलाकर भागीदारी मोर्चा बनाया है जिसमें पूर्व मंत्री शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी भी शामिल है। आप ने पहले ही प्रदेश भर में सरकारी दमन के ख़िलाफ़ आंदोलन का आह्वान किया है। अब भागीदारी मोर्चा भी इसमें शामिल हो सकता है।

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कुमार तथागत
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