फटी जीन्स पर विवादित बयान देकर सुखियों में रहने वाले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रविवार को एक और बयान देकर तूफ़ान खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के दिनों में जो लोग अधिक राशन दिए जाने की बात करते हैं, उन्हें अधिक बच्चे पैदा करने चाहिए थे।
रामनगर में एक कार्यक्रम के दौरान तीरथ सिंह रावत ने कह दिया कि अगर केंद्र सरकार की ओर से बाँटा जा रहा राशन ज़्यादा चाहिए था तो लोगों को 20 बच्चे पैदा करने चाहिए थे। मुख्यमंत्री ने कहा,
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"हर घर को 5 किलो राशन दिया गया, जिनके 10 थे उनको 50 किलो, 20 थे तो क्विंटल भर राशन दिया गया। कुछ को जलन होने लगी कि 2 वालों को 10 किलो और 20 वालों को क्विंटल भर मिला। इसमें जलन कैसी? जब समय था तो आपने 2 ही पैदा किए 20 क्यों नहीं पैदा किए?"
तीरथ सिंह रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
तीरथ सिंह रावत यहीं नहीं रके। वायरल हुए एक वीडियो में वे यह कहते सुने जा रहे हैं कि अमेरिका ने भारत पर 200 साल तक शासन किया।
रावत की ज़बान एक बार फिर फिसली है। दरअसल वे कोरोना से लड़ने के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर रहे थे। इस सिलसिले में उन्होंने कहा,
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"अमेरिका, जिसने हमें 200 साल ग़ुलाम बनाया था और जिसने दुनिया पर राज किया, वर्तमान में वो संघर्ष कर रहा है।"
तीरथ सिंह रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
मोदी की तारीफ में क्या कह गए!
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के ख़िलाफ़ अलख जगाई, मैं यह कह सकता हूं कि यदि उनकी जगह कोई और नेतृत्व होता तो न जाने क्या होता। हम बेहाल हो जाते, लेकिन उन्होंने हमें राहत देने का काम किया। भारत की 130-135 करोड़ आज अन्य देशों की अपेक्षा राहत महसूर करता है।"
तीरथ सिंह रावत ने इसके आगे कहा, "जहाँ हम अमेरिका के दो सौ वर्ष ग़ुलाम थे, विश्व के अंदर उसका राज था, कभी सूरज छिपता ही नहीं था, यह कहते थे। लेकिन आज के समय वह डोल गया, बोल गया, पौने तीन लाख से ज्यादा मौते हो गईं।"
रावत साहब यहाँ भी नहीं रुके। उन्होंने इसके आगे कहा,
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"इटली स्वास्थ्य सेवा में सबसे आगे है, लेकिन वहाँ 50 लाख से ज़्यादा मौतें हुईं। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नें हमें बचाने का काम किया है।"
तीरथ सिंह रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
रावत की यह जानकारी भी ग़लत है। वर्ल्डोमीटर के अनुसार इटली में कोरोना से 33,56,331 लोग संक्रमित हुए, उनमें से 1,04,642 लोगों की मौत हो गई।
फटी जीन्स पर विवाद
इसके पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम में कहा था कि एनजीओ चलाने वाली एक महिला की फटी जींस को देखकर वह हैरान रह गए थे। उन्होंने कहा, कहा, “मैं जहाज से जयपुर से दिल्ली आ रहा था। मेरे बगल में एक बहनजी बैठी थीं। मैंने उनकी तरफ देखा तो उन्होंने गमबूट पहने थे। थोड़ा और ऊपर देखा तो घुटने फटे थे, उनके साथ दो बच्चे थे। उन्होंने बताया कि उनके पति जेएनयू में प्रोफ़ेसर हैं और वह एनजीओ चलाती हैं।”
उन्होंने इसके आगे कहा था, “अगर ऐसी महिलाएं समाज में जाती हैं, लोगों से मिलती हैं और उनकी दिक्कतें सुलझाती हैं तो हम अपनी सोसाइटी, बच्चों को क्या संदेश दे रहे हैं। यह सब घर से शुरू होता है। जो हम करते हैं, उसे हमारे बच्चे भी सीखते हैं।”
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इस पर बहुत ही विवाद हुआ। उनकी बहुत ही आलोचना हुई, सोशल मीडिया पर लोगों ने उनका काफी मजाक उड़ाया।
आम महिलाओं से लेकर सियासत में सक्रिय महिलाओं ने तीख़ी टिप्पणियां की, उन पर तंज कसे और #RippedJeansTwitter ट्रेंड करा दिया। साथ ही फटी जींस पहनी हुई फ़ोटो को भी पोस्ट किया है।
काफी बवाल होने के बाद उन्होंने कहा कि उन्हें जींस से कोई ऐतराज नहीं है और वह खुद भी जींस पहनते थे। रावत ने कहा था कि फटी जींस पहनने की बात उन्होंने संस्कारों के परिप्रेक्ष्य में कही थी। उन्होंने माफ़ी माँगते हुए कहा, ‘‘अगर किसी को लगता है कि फटी जींस ही पहननी है तो मुझे उससे कोई ऐतराज नहीं है। अगर किसी को बुरा लग हो तो मैं उनसे क्षमा मांगता हूं।'' उन्होंने कहा कि अगर हम बच्चों में संस्कार और अनुशासन पैदा करेंगे तो वे भविष्य में कभी असफल नहीं होंगे।
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