पश्चिमी तट पर हमें खिलखिलाता लक्षद्वीप दिखाया जा रहा लेकिन पूर्वी तट के आगे अंडमान-निकोबार द्वीपों में 72000 करोड़ के अल्ट्रा मेगा प्रोजेक्ट लाकर उसकी दुर्लभ जैव विविधता को नष्ट करने की तैयारी है।
क्या हमें लक्षद्वीप से वाकई प्यार है या पाखंड है?
- विविध
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- 29 Mar, 2025
हम इतना आंदोलित होते नहीं दिखते जब संवेदनशील हिमालय को तोड़ा जाता है या हसदेव अरण्य जैसे अनमोल जंगल की हत्या की जाती है। वरिष्ठ पत्रकार और पर्यावरणवादी ह्रदयेश जोशी की टिप्पणीः

लक्षद्वीप में समुद्र को निहारते पीएम मोदी। फाइल फोटो