एक बार फिर मॉब लिंचिंग। दिल्ली में एक मुसलिम लड़के पर जानलेवा हमला। कोरोना फैलाने की साज़िश का आरोप लगाया। तब्लीग़ी की आड़ में जिस तरह से मुसलिम समुदाय पर निशाना दक्षिणपंथी तबक़ा और मीडिया कर रहा है, क्या ये उसकी नतीजा है? देखिए आशुतोष की बात।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।