डोनाल्ड ट्रंप का भव्य स्वागत क्यों? क्या ट्रंप अपने चुनावी प्रचार के लिए आ रहे हैं या फिर भारत में उनको बड़ा बाज़ार दिखता है? कहीं चीन के ख़िलाफ़ भारत को खड़ा करने की एक रणनीति तो नहीं है? क्या हो अगर व्यापार सौदे हो ही नहीं या फिर सौदे अमेरिका अपने पक्ष में करा ले? इन्हीं सवालों पर देखिए आशुतोष की बात में इस विषय के जानकार प्रमोद मल्लिक के साथ चर्चा।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।