रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह क्यों नहीं बताते कि भारतीय जवान चीन के कैंप में किसके कहने पर गये थे? क्या उन्हें निहत्थे भेजा गया था ?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।