टीपू सुल्तान पर हंगामा क्यों? बीजेपी को अब टीपू से नफ़रत क्यों? क्या यह राजनीति का हिस्सा है? यदि ऐसा नहीं है तो बीजेपी के नेता टीपू की पगड़ी में क्यों नज़र आते रहे हैं? स्मारक क्यों बनवाए? देखिए 'आशुतोष की बात' में हक़ीकत।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।