आज़ादी के अमृत महोत्सव और 75 वे साल में गांधी जी के बाद सबसे ज़्यादा नेहरू को याद किया जाना चाहिए । पर सबसे ज़्यादा नेहरू को ही भुलाया जा रहा है । बल्कि उनको इतिहास का खलनायक बनाने की कोशिश हो रही है । क्यों ? आशुतोष के साथ चर्चा में राहुल देव, शिवकांत शर्मा, विपुल मुद्गल और प्रो रविकांत
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।