बीजेपी के सांसद क्यों शशि थरूर पर टूट पड़े? क्यों उन्हे हटाने पर तुल गये हैं? क्यों बीजेपी/सरकार नहीं चाहती फ़ेसबुक की जाँच?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।