युपी से लेकर कर्नाटक तक बीजेपी में घमासान क्यों ? अनुशासन की ऐसी की तैसी ? शाह-मोदी की पकड़ कमजोर ? आशुतोष के साथ चर्चा में विनोद अग्निहोत्री, शरद गुप्ता, प्रिया सहगल, संदीप सोनवलकर और अनिल शर्मा ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।