चारों तरफ़ अफ़रातफ़री। संसद से लेकर सड़क तक। कोरोना कुप्रबंधन, अर्थव्यवस्था, तबाह, विदेश नीति और समाज में अनिश्चितता। क्या ‘महामानव’ मोदी असफल हो रहे हैं ? आशुतोष के साथ चर्चा में कमर वहीद नकवी और उर्मिलेश !
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।