सुप्रीम कोर्ट का दो टूक फ़ैसला । फ़्लोर टेस्ट होगा । लेकिन ठाकरे का इस्तीफ़ा । क्या एक के बाद एक विपक्ष सरकारों को गिराना क्या लोकतंत्र के लिये ख़तरनाक संकेत नहीं है ? आशुतोष के साथ चर्चा में संजय हेगड़े, फ़िरदौस मिर्ज़ा, राकेश सिन्हा, राहुल देव और उर्मिलेश ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।