उपराष्ट्रपति धनखड क्यों संविधान के बेसिक फ़ीचर पर हमले कर रहे हैं ? क्या है उनकी मंशा ? क्या वो नहीं चाहते कि न्यायपालिका संसद के बनाये क़ानूनों की समीक्षा करे ? क्या वो संविधान की मूल आत्मा पर हमले कर रहे हैं ? तो क्यों कर रहे हैं ? आशुतोष जाने माने संविधान विशेषज्ञ फैजान मुस्तफ़ा से बात कर रहे हैं !
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।