अब इसमें कोई शक़ नहीं रह गया है कि मोदी सरकार की विदेश नीति चारों खाने चित हो गई है। पड़ोसियों से संबंध तो बिगड़े ही हैं, अंतरराष्ट्रीय छवि भी धूमिल हुई है। लेकिन क्या सरकार सचाई स्वीकार करके विदेश नीति को बदलेगी वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट।