जैक डॉर्सी ने इवान विलियम्स और अन्य के साथ मिलकर 2006 में ट्विटर की स्थापना की थी। एक छोटे से समूह के लिए ‘एसएमएस’ किस्म की सर्विस देने के उद्देश्य से जब इसकी स्थापना की गई थी तब इसके सामाजिक-राजनैतिक प्रभाव के बारे में आँकलन नहीं किया गया था। लेकिन जल्द ही 2013 में यह कंपनी न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में दर्ज हो गई। 2016 में ट्विटर के बढ़ते प्रभाव के कारण इसे खरीदने को लेकर होड़ मचना शुरू हो गई। तमाम नामी गिरामी कंपनियां जैसे-एल्फाबेट, माइक्रोसॉफ्ट और डिज़्नी आदि ने इसे खरीदने में अपनी रुचि दिखाई लेकिन अंततः बात नहीं बन पाई।