हिंदी अख़बारों और टेलीविज़न चैनलों से भारत के एक हिस्से में घट रही त्रासदी की गंभीरता का कोई अंदाज़ कर पाना मुश्किल है। तक़रीबन 7 रोज़ से मणिपुर जल रहा है। मणिपुर में बहुसंख्यक मैतेयी समुदाय और आदिवासी कुकी और नागा समुदायों के बीच हिंसा में 50 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, सैकड़ों घायल हैं, हज़ारों अपने अपने इलाक़ों से विस्थापित किए जा चुके हैं। वे राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं।
मणिपुर हिंसाः भाजपा सरकार से उम्मीद बेकार है
- वक़्त-बेवक़्त
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- 29 Mar, 2025

मणिपुर जल रहा है और अभी तक वहां शांति लाने की सारी कोशिश बस खानापूरी है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार भी वहां के लोगों से शांति की अपील नहीं की। गृह मंत्री अमित शाह को मणिपुर से ज्यादा चिन्ता कर्नाटक की है। राजनीतिक चिन्तक अपूर्वानंद का कहना है कि ऐसे में भाजपा से हम लोग क्या उम्मीद करें। उनकी पूरी बात समझिएः