पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग की विशेष गहन संशोधन यानी एसआईआर प्रक्रिया से ठीक पहले बीजेपी राज्य में 1000 से अधिक नागरिकता संशोधन अधिनियम यानी सीएए कैंप लगाएगी। इसके लिए पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है। आगामी 2026 विधानसभा चुनावों के करीब आने के साथ बीजेपी ने इन कैंपों की संख्या बढ़ाने का फ़ैसला किया है और नेताओं व कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे बंगाल में रह रहे बांग्लादेश से आए उत्पीड़ित हिंदू शरणार्थियों को सीएए के तहत नागरिकता आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित करें। तो एसआईआर, सीएए कैंप और बंगाल चुनाव इन सब में संबंध क्या है? क्या यह सब चुनाव के लिए किया जा रहा है? ये सवाल इसलिए कि विपक्ष एसआईआर प्रक्रिया पर गलत तरीके से नाम काटने और जोड़ने का आरोप लगा रहा है।
बंगाल में चुनाव आयोग के SIR से पहले बीजेपी राज्य में 1000 CAA कैंप क्यों लगा रही है?
- पश्चिम बंगाल
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- 23 Oct, 2025
पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग की SIR रिपोर्ट से पहले बीजेपी ने 1000 CAA कैंप लगाने की तैयारी की है। क्या यह बीजेपी की बड़ी चुनावी रणनीति है?

प्रतीकात्मक तस्वीर
वैसे तो इस तरह के कैंप पूरे राज्य में स्थापित किए जाएँगे, लेकिन बीजेपी का मुख्य फोकस बांग्लादेश सीमा से सटे जिलों पर होगा, जिसमें दक्षिण बंगाल के उत्तर 24 परगना और नदिया, तथा उत्तर बंगाल के कूच बिहार और उत्तर दिनाजपुर शामिल हैं।