द टेलीग्राफ के मुताबिक हाईकोर्ट में, जब जस्टिस गंगोपाध्याय को वकील सुदीप्त दासगुप्ता ने घटना के बारे में बताया, तो उन्होंने टिप्पणी की, “मुझे इस घटना की जानकारी नहीं है। अगर ऐसी कोई घटना हुई है तो ईडी के अधिकारी कानून-व्यवस्था की स्थिति पर राज्यपाल का ध्यान आकर्षित कर सकते हैं।' जज ने कहा- वहां तो केंद्रीय बल के जवान रहे होंगे, क्या उनके पास बंदूक और गोलियां नहीं थीं, उन्होंने जवाबी कार्रवाई क्यों नहीं की।