सिख समुदाय के नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे पूरे राज्य और देशभर में विरोध प्रदर्शन करेंगे। कोलकाता में कई सिख संगठनों ने पहले ही इस घटना के ख़िलाफ़ धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
यह घटना सिख समुदाय और बीजेपी के बीच तनाव का कारण बन सकती है, खासकर पंजाब और अन्य राज्यों में जहाँ सिख आबादी अधिक है। सिख समुदाय के कई नेताओं ने इस घटना को सिखों के ख़िलाफ़ बढ़ती असहिष्णुता का प्रतीक बताया है।