दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, यूपी आदि में बंगाली बोलने वाले लोगों की गिरफ्तारी का मामला तूल पकड़ रहा है। ह्यूमन राइट्स वॉच (एचआरडब्ल्यू) ने एक बयान में बंगाली मुसलमानों के निर्वासन की निंदा की है। संगठन ने आरोप लगाया है कि बीजेपी शासित राज्यों में, विशेष रूप से असम, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा और राजस्थान में, मुसलमानों, खासकर गरीब प्रवासी मजदूरों को बिना उचित कानूनी प्रक्रिया के पकड़ा जा रहा है। उनमें से बहुत सारे लोगों को भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के हवाले कर दिया जा रहा है। एचआरडब्ल्यू के अनुसार, इनमें से कई लोग भारतीय नागरिक हैं, जिन्हें "अवैध प्रवासी" करार देकर बांग्लादेश में जबरन भेजा जा रहा है, जिसे संगठन ने "भेदभावपूर्ण नीतियों" का हिस्सा बताया है।
बंगाली भाषी लोगों को पकड़ने पर घमासान, ह्यूमन राइट्स वॉच ने सवाल किए, ममता भड़कीं
- पश्चिम बंगाल
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- 25 Jul, 2025
बंगाली भाषी लोगों की धरपकड़ का मामला तूल पकड़ रहा है। ह्यूमन राइट्स वॉच ने भारत सरकार से सवाल किया है कि बीजेपी शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं क्यों हो रही है। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पहले से इस मुद्दे पर सक्रिय हैं।

यह तस्वीर छत्तीसगढ़ की है। बंगाली बोलने वाले पुलिस के घेरे में।