आरोप है कि उनके परिवार और पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों के रूप में भारतीय नागरिकता के सबूत पेश करने के बावजूद सीमा सुरक्षा बल ने उन्हें बांग्लादेश भेज दिया।
ममता ने यह भी चेतावनी दी कि अगर केंद्र सरकार ने इस रवैये को नहीं बदला, तो तृणमूल कांग्रेस सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगी।