loader

बंगाल में सीपीएम, कांग्रेस को वोट देने का मतलब बीजेपी को वोट देना होगा: ममता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इंडिया गठबंधन के सहयोगियों के ख़िलाफ जमकर बरसी हैं। ममता ने रविवार को सीपीआई (एम) और कांग्रेस पर पश्चिम बंगाल में भाजपा से हाथ मिलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्य में विपक्षी गठबंधन का अस्तित्व ख़त्म हो गया है। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने लोगों से आग्रह किया कि वे पश्चिम बंगाल में वाम-कांग्रेस-आईएसएफ गठबंधन के पक्ष में अपना वोट न डालें क्योंकि 'उन्हें वोट देने का मतलब भाजपा को वोट देना होगा'।

बंगाल में चुनावी रैली में ममता का यह बयान तब आया है जब उनकी ही पार्टी टीएमसी के वरिठ नेता डेरेक ओब्रायन इंडिया गठबंधन की लोकतंत्र बचाओ रैली में न केवल शामिल हुए, बल्कि गठबंधन की ओर से बीजेपी और पीएम मोदी पर हमला भी किया।

डेरेक ओब्रायन ने कहा, 'मोदी की गारंटी पर शून्य वारंटी! जब महंगाई, नौकरियों और भारत के संस्थानों की सुरक्षा की बात आती है तो शून्य वारंटी। पुलवामा त्रासदी के बाद पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक जी ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि नरेंद्र मोदी जी चाहते ही नहीं थे कि सच्चाई सामने आये। नरेंद्र मोदी क्या छुपाना चाहते थे? जब हमारे जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी तो नरेंद्र मोदी ने वोट मांगने के लिए घटिया राजनीति क्यों की? हम अपने जवानों के सम्मान में सच्चाई सामने आने की मांग करते हैं। हम श्वेत पत्र की मांग करते हैं!'

ओब्रायन ने कहा कि 'टीएमसी इंडिया गठबंधन का हिस्सा था, है और रहेगा'। उन्होंने कहा कि यह बीजेपी बनाम लोकतंत्र की लड़ाई है।

बहरहाल, बंगाल में ममता ने कहा, 'पश्चिम बंगाल में कोई इंडिया गठबंधन नहीं है। मैंने विपक्षी गुट के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यहाँ तक कि इसका नाम भी मेरे द्वारा दिया गया था। लेकिन, सीपीआई (एम) और कांग्रेस राज्य में भाजपा के लिए काम कर रहे हैं।'

ताज़ा ख़बरें

उन्होंने कहा, 'अगर आप बीजेपी को हराना चाहते हैं तो कांग्रेस, सीपीआई (एम) और राज्य में उनकी सहयोगी अल्पसंख्यक पार्टी (इंडियन सेक्युलर फ्रंट) के पक्ष में अपना वोट न डालें।'

ममता ने दावा किया कि हालाँकि टीएमसी नेताओं को सीबीआई और ईडी द्वारा परेशान किया जा रहा है, लेकिन पश्चिम बंगाल में एक भी सीपीआई (एम) या कांग्रेस नेता को इन एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार नहीं किया गया है।

जनवरी में ममता ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी। उन्होंने सीट-बँटवारे समझौते पर बातचीत करने के कांग्रेस नेतृत्व के प्रयासों को खारिज कर दिया।
हालाँकि, टीएमसी राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी इंडिया गुट का हिस्सा है। पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने के तृणमूल कांग्रेस के फैसले ने त्रिकोणीय चुनावी लड़ाई का मंच तैयार कर दिया है।
पश्चिम बंगाल से और ख़बरें

ईटी की रिपोर्ट के अनुसार ममता बनर्जी की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सीपीआई (एम) नेता सुजन चक्रवर्ती ने टीएमसी पर बीजेपी खेमे के साथ गुप्त समझौता करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल जैसे कई शीर्ष विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन भ्रष्टाचार के कई आरोपों के बावजूद किसी ने भी टीएमसी के शीर्ष नेतृत्व को नहीं छुआ है। और दूसरी बात, इंडिया ब्लॉक टीएमसी की निजी संपत्ति नहीं है, यह यह तय नहीं कर सकते कि गठबंधन अस्तित्व में है या नहीं।' बता दें कि टीएमसी राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

पश्चिम बंगाल से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें